मातु पिता भ्राता सब कोई । संकट में पूछत नहिं कोई ॥ एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥ जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥ राम दुआरे तुम रखवारे। होत न आज्ञा बिनु पैसारे।। जय जय जय अनंत अविनाशी । करत कृपा सब के https://shivchalisalyrics56150.canariblogs.com/5-easy-facts-about-shiv-chalisa-lyrics-in-telugu-described-45031230